Saturday, September 25, 2010

ज़ख्म

मजबूरी की दहलीज पर उसूल,
बर्फ की ढेर की तरह पिघल जाते हैं
पड़ता है जब बेबसी से सामना
दिल के अरमान घुट कर रह जाते हैं.
मैं तो अपनी बेबसी पर शर्मिंदा नहीं 
न जाने कहा से लोग मुझे
इसका एहसास दिलाने चले आते हैं,
सर उठा कर मैं चलूँ भी तो कैसे
कुछ तो बेगाने तो कुछ अपने भी 
सर को उठाने से पहले ही झुका जाते हैं

बेगानों के नश्तर तो मैं सह भी लूं 
मगर,
अपनों के दिए ज़ख्म आँखों से 
आंसू बन कर छलक आते हैं. 



19 comments:

  1. अपनो की कही बात ही तो चुभती है ...अच्छी अभिव्यक्ति

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  2. बहुत अर्थपूर्ण अभिव्यक्ति. आभार.

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  3. अच्छी अभिव्यक्ति, शुभकामनाएं।

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  4. एक भावपूर्ण रचना|

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  5. मोनिका गुलेरिया जी,
    नमस्कार।
    मानवीय संवेदनाओं से जुडी और समाज की व्यावहारिक हकीकत को बयाँ करती, जीवन्त रचना लिखने के साधुवाद और शुभकामनाएँ।
    शुभाकांक्षी
    डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'

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  6. हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
    कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें

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  7. "मजबूरी की दहलीज पर उसूल
    बर्फ की ढेर की तरह पिघल जाते हैं"

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  8. मुझे आपकी रचना बेहद पसंद आयी.

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  9. अच्छे ख़यालात। स्वागत।
    शुक्रिया।

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  10. बेगानों के नश्तर तो मैं सह भी लूं
    मगर,
    अपनों के दिए ज़ख्म आँखों से
    आंसू बन कर छलक आते हैं...
    सहज शब्दों का प्रयोग और सरल अभिव्यक्ति प्रभावित करती है।
    शब्द ह्रदय को छूते हुए आत्मा तक पहुच गए,अच्छी कविता के लिए बधाई।..मक्
    एक गीत भेज रहा हूँ वक़्त निकाल कर सुकून से सुनियेगा ..
    http://www.youtube.com/watch?v=rpYFab53aqM
    ये बिजली रIख कर जाएगी तेरे प्यार की दुनियां ,
    न फ़िर तू जी सकेगा और न तुझको मौत आएगी..
    कभी तनहाइयों में हमारी याद आएगी..साहिर लुधियानवी
    गायिका मुबारक बेगम,,I have uploaded this video in youtube last year..a small tribute sahir.. please do write a comment and express your feeling about this real rare GEM ..Mk

    http://www.youtube.com/mastkalandr
    http://www.youtube.com/9431885

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  11. काफी अच्छा लिखा है. जारी रहिए.

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  12. इस सुंदर से चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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  13. bahut achha likha hai aapne ... likhti rahiye

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  14. आप अपने ब्लाग की सेटिंग मे(कमेंट ) शब्द पुष्टिकरण ।
    word veryfication पर नो no पर
    टिक लगाकर सेटिंग को सेव कर दें । टिप्प्णी
    देने में झन्झट होता है । अगर

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  15. bahut hi sundar likha hai aapne..
    shukriya..
    मेरी नयी पोस्ट पर आपका स्वागत है : Blind Devotion - सम्पूर्ण प्रेम...(Complete Love)

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